Sharad Purnima : शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण, जानिए खीर रखने का सही समय

Sharad Purnima : शरद पूर्णिमा का त्योहार सनातन धर्म के लोगों के लिए बहुत खास है। इस दिन उत्तर और मध्य भारत के लोग रात के समय खीर बनाते हैं और फिर उसे चाँद की रोशनी में रखते हैं।

ऐसा करने के पीछे मान्यता यह है कि जब चंद्रमा की किरणें इस खीर पर पड़ती हैं तो यह खीर कई गुना अधिक गुणकारी और लाभकारी हो जाती है। ऐसे में इस खीर का सेवन करने से शरीर को बहुत सारे फायदे मिलते हैं। Sharad Purnima इसलिए शरद पूर्णिमा के दिन लोग खीर का बर्तन रात भर चांदनी में रखते हैं और फिर अगले दिन इसे प्रसाद के रूप में खाया जाता है। लेकिन इस बार चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा पर लग रहा है। ऐसे में प्रसिद्ध ज्योतिष विशेषज्ञ सुजीत जी महाराज से जानिए इस बार शरद पूर्णिमा पर खीर रखने का समय क्या होगा।

शरद पूर्णिमा 2023 चंद्र ग्रहण समय

पंडित सुजीत जी महाराज के अनुसार शरद पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर 2023, शनिवार प्रातः 04:18 बजे से 29 अक्टूबर, रविवार प्रातः 01:52 बजे तक रहेगी. चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को दोपहर 01:05 बजे से 02:23 बजे तक रहेगा। Sharad Purnima चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को दोपहर 02:52 बजे से शुरू होगा और ग्रहण की समाप्ति के साथ ही समाप्त होगा।

Sharad Purnima : शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण, जानिए खीर रखने का सही समय

शरद पूर्णिमा 2023 पर खीर कब बनाएं

आपको शरद पूर्णिमा की रात यानी 27 अक्टूबर शुक्रवार की रात को खीर चतुर्दशी बनानी चाहिए. फिर 28 अक्टूबर को सुबह 04:18 बजे जब शरद पूर्णिमा की तिथि प्रारंभ हो तो उस खीर को चंद्रमा की रोशनी में रखें, उस दिन चंद्रास्त सुबह 04:43 बजे होगा. आप उस खीर को चंद्रास्त के बाद खा सकते हैं, आपको 28 अक्टूबर की सुबह पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की औषधीय रोशनी मिलेगी। आप चाहें तो 28 अक्टूबर की आधी रात को चंद्र ग्रहण के बाद खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखें ताकि चंद्रमा की रोशनी उस पर पड़े, बाद में आप उस खीर को खा सकते हैं।