रिटायर्ड आर्मी जवान को पेंट्री कार के कर्मचारियों ने बुरी तरह पीटा, जाने पूरी ख़बर

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स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद इतना बढ़ा की पैंट्रीकार वालों ने रिटायर्ड आर्मी जवान को बेरहमी से पीट दिया। पूर्व सैनिक ने ट्रेन के गलियारे में नमाज पढ़ रहे लोगों से रास्ता मांगते हुए उन्हें ऐसा करने से रोका था। नमाजियों ने बात नहीं मानी। इसके बाद विरोध में पूर्व सैनिक भी रास्ते में बैठकर मंत्र उच्चारण करने लगा था।

इस मामले में GRP थाना पुलिस, आमला ने पैंट्रीकार के मैनेजर समेत 2 वेंडरों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया है। पुलिस ने मैनेजर समेत एक वेंडर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है। पीड़ित पूर्व सैनिक विलास नायक रविवार को हजरत निजामुद्दीन से चलने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के एस-4 कोच में सफर कर रहे थे। वे विशाखापट्टनम जा रहे थे।

पूर्व सैनिक से जानिए क्या है पूरा मामला…..

बाथरूम जाने के लिए नहीं दिया रास्ता

पीड़ित पूर्व सैनिक ने बताया- मैं महाराष्ट्र के कोल्हापुर के डोनीवाड़ी का रहने वाला हूं। अभी मैं विशाखापट्टनम के नेवल डॉकयार्ड के DSC प्लाटून में सिपाही के पद पर हूं। इससे पहले मैं 28 साल सेना में रहा हूं। मैं हरिद्वार में रामदेव बाबा के आश्रम से इलाज कराकर स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से लौट रहा था। रविवार सुबह ट्रेन के चलते ही कुछ लोग सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के लिए ट्रेन के गलियारे में बैठ गए। दोपहर एक बजे वे फिर रास्ते में बैठकर सामूहिक नमाज पढ़ने लगे।

शाम को वे तीसरी बार कोच के गलियारे में बैठकर नमाज पढ़ रहे थे। मैंने बाथरूम जाने के लिए रास्ता मांगा तो नमाजियों ने रास्ता नहीं दिया। मुझे वापस लौटा दिया। मैंने उनसे कहा कि यह गलत है, आप लोग रास्ता रोककर नमाज पढ़ेंगे तो मैं भी मंत्रों का जाप करूंगा।

तीन लोगों ने मिलकर की मारपीट

विलास नायक ने कहा- मैं रास्ते में बैठकर मंत्र का जाप करने लगा। इस बात पर नमाज पढ़ने वाले लोगों ने रास्ते से हटने के लिए कहा। तभी पैंट्री कार के कर्मचारी आ गए उन्होंने ने भी मुझे रास्ते से हटने के लिए कहा। मैंने कहा कि जब नमाज पढ़ी जा सकती है, तो मंत्र क्यों नहीं पढ़े जा सकते। इसके बाद उनके सीनियर और 3 लोगों ने मेरे साथ जमकर मारपीट की। मेरे चेहरे समेत शरीर में कई जगह चोटें आई हैं। इस घटना को बोगी में बैठे सभी लोग देखते रहे। जीआरपी ने मुझे बैतूल जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

जवान ने वीडियो बनाकर बताई पीड़ा

मारपीट के बाद विलास ने चलती ट्रेन से एक वीडियो बनाया। इसमें वे लहूलुहान हालत में अपनी पीड़ा बता रहे हैं। इस वीडियो में वे बता रहे हैं कि जिन लोगों से उनका विवाद हुआ वे केरल जा रहे हैं। सभी हजरत निजामुद्दीन से ट्रेन में सवार हुए थे।

ट्रेन में नमाज पढ़ने वाले बोले- पैंट्री वालों से हुआ विवाद

ट्रेन में नमाज पढ़ने वाले मुज्जकिर अहमद ने बताया कि हम लोग निजामुद्दीन से विजयवाड़ा जा रहे थे। ट्रेन के अंदर नमाज पढ़ने के दौरान यह व्यक्ति आया और कहने लगा कि बाथरूम जाना है। हमने उसे बाद में जाने के लिए कहा। वह यहीं से जाने की बात पर अड़ गया। कुछ देर बाद हमारी नमाज खत्म हो गई। हम अपनी सीट पर बैठ गए। इसके बाद यह व्यक्ति रास्ते में बैठ गया। वो कह रहा था कि हम लोगों को किसी ने रास्ते से नहीं हटाया। अब मैं भी यहां पूजा करूंगा। देखते हैं मुझे कौन रोकता है। वह रास्ते में बैठ गए। पैंट्रीकार वालों को निकलने से रोकने लगे। तीन कर्मचारी लौट गए। इस दौरान उनसे विवाद हो गया। दो-तीन कर्मचारियों ने उसे पीट दिया।

कर्मचारियों को रोकने पर पीटा : मैनेजर

पैंट्री कार के मैनेजर हर्वेश सिंह ने बताया कि यह व्यक्ति ट्रेन के गलियारे में बैठा था। स्टाफ को निकलने से रोक रहा था। स्टाफ आधा घंटे से वहां खड़ा था। मैं उसे समझाने गया तो उसने मुझ पर हमला कर दिया। इस पर हमारे लड़कों ने उसे पीट दिया। यह व्यक्ति किसी को नहीं निकलने दे रहा था।

पैंट्रीकार के मैनेजर सहित दो गिरफ्तार जांच अधिकारी एनएस ठाकुर ने बताया कि मारपीट के आरोप में पैंट्री कार के मैनेजर हरवेश श्रीवास और वेंडर पवन को गिरफ्तार किया गया है, एक आरोपी फरार है। जीआरपी ने इस मामले में जमाती सलमान, अल्लाहबख्श और मुजक्कीर अहमद को भी ट्रेन से उतार लिया था। मारपीट की रिपोर्ट जवान ने पैंट्रीकार के कर्मचारियों के खिलाफ की है। ऐसे में जीआरपी ने बैतूल रेलवे स्टेशन पर उतारे गए 3 जमातियों को सोमवार को उनके गंतव्य विजयवाड़ा के लिए रवाना कर दिया। अस्पताल से छुट्टी के बाद सोमवार को जवान भी कोल्हापुर रवाना हो गया है।

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