Pandit Pradeep Mishra Katha: देखे वीडियो कानपुर में 7 लाख भक्तों का जमावड़ा, दिसंबर माह में बैतूल में आयोजित होना है कथा

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Pandit Pradeep Mishra Katha बैतूल टॉक्स, ई न्यूज/ पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि मप्र सहित पूरे देश विदेश में उनके लाखों करोड़ों भक्त कथा सुनने पहुंचते हैं। हर कथा में करीबन डेढ़ लाख से अधिक लोग प्रतिदिन कथा का श्रवन करते हैं। इन दिनों कानपुर के कल्याणपुर में हो रही कथा का मंगलवार को सातवां दिन था। रोज कथा में पंडाल से अधिक लोग बैठ रहे थे। धूप हवा झेलते हुए पब्लिक अत्याधिक पब्लिक होने के कारण अव्यवस्थाएं बनती रही। इसी को लेकर आज कथा सुनाते समय पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मैं उन लोगों को नमन करता हूं जो इस कड़ी धूप में कथा सुनते रहे। ऐसे शिवभक्तों को मेरा नमन और ताना कसते हुए कथा वाचक ने कहा कि ऐसी समिति को भी मेरा नमन जिन्होंने यह आयोजन किया। उन्हें सब दिखता रहा, परंतु उन्होंने टेंट नहीं लगवाया न ही प्रयास किया।

सिर्फ सातों दिनों देखते रहे। उन्होंने कहा कि सिहोर वाले महाराज को लाखों करोड़ों रुपए नहीं चाहिए सिर्फ यहां बैठे मेरे कथा सुन रहे भक्तों की उचित व्यवस्था पूरी हो जाए वहीं मेरे लिए पूंजी है। मैं आगामी हो रहे मेरी कथा के सभी आयोजकों से निवेदन करता हूं कि व्यवस्था ऐसी करो कि मेरे शिव का कोई भक्त भूखा, प्यासा और इस तपती धूप में परेशान न हो।

हर कथा में होता है लाखों भक्तों जनसैलाब
पंडित मिश्रा की कथा जहां भी होती है वहां पर उनके भक्त पहुंच जाते हैं। भले ही महाराज मप्र के है परंतु उनकी लोकप्रियता बहुत बढ़ गई है। जिससे अन्य प्रदेशों में भी भीड़ जुटती है। कानपुर में हुई शिवपुराण में महाराज ने बताया कि करीब सात लाख लोग यहां पर पहुंचे पर उनके अनुरूप व्यवस्था नहीं हो सकी। जिससे मन अशांत है।


मप्र में सबसे प्रसिद्ध है महाराज
मप्र के किसी के भी जिले में होती है कथा तो आसपास के तीन से चार जिलों की भीड़ उमड़ जाती है जिनकी संख्या लाखों में है। उस जिले का शासन प्रशासन भी कई बार हाथ टेक देता है। इसलिए सभी तरह की व्यवस्थाएं पूरी हो तब ही कथा सफल होती है। यही महाराज प्रदीप मिश्रा का कहना है। इंदौर में आगामी दिनों में होने वाली कथा को लेकर भी महाराज ने संकेत दिए कि सभी व्यवस्थाएं पूरी रखी जाए। कथा सुनने आने वाले भक्तों को परेशानी न हो।


हर कथा में छोटा पड़ जाता है पंडाल
पंडित प्रदीप मिश्रा के लाखों करोडों भक्त कथा सुनने पहुंचते हैं जिससे आयोजकों द्वारा बनाए गए टेंट छोटे पडऩे लगते हैं और व्यवस्थाएं भी चरमराने लगती है। अभी तक के जितनी भी कथा महाराज द्वारा की जा रही है वहां से इस तरह की खबरें सुनाई देने लगी है।


सिहोर में बिगड़ी थी व्यवस्था, फोरलेन पर लगा था जाम
कुछ माह पहले पंडित प्रदीप मिश्रा की रूद्राक्ष कथा महोत्सव में लाखों की संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ गया था। हालात यह थे कि हाईवे पर लंबा जमा लग गया था। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रशासन ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए थे। प्रशासन साफ लहेजे में कहा दिया था कि वे व्यवस्था संभाल नहीं सकते हैं। इसके बाद महाराज को महोत्सव को निरस्त करना पड़ा था।


बैतूल और इंदौर में होनी है कथा
आगामी दिनों में बैतूल और इंदौर में पंडित मिश्रा की शिव महापुराण का आयोजन होना है। बैतूल में इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं पर आयोजन के पहले कथा स्थल को लेकर विवाद खड़े हो गए हैं। एक ओर जहां प्रशासन ने कथा स्थल को छोटा होने को लेकर आपत्ति ली है और आवेदन निरस्त कर दिया है तो वहीं आयोजन समिति के सदस्यों का कहना है कि यहां पर पर्याप्त जगह है। स्थल पूजन भी हो चुका है। इसके बावजूद जगह बदलना समझ से परे हैं। अब इतने कम समय में दूसरा स्थान ढूंढना संभव नहीं है। हालांकि स्थानीय प्रशासन पूरे मामले को लेकर एक दो दिन में अपना फैसला सुना सकता है। बैतूल के आसपास जिले में उनके लाखों भक्त है और नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नागपुर, हरदा, परतवाड़ा, इटारसी सहित अन्य जगहों से लोग आने की तैयारी कर रहे हैं। इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि कितने लोग आ सकते हैं। प्रशासन और समिति हर तरह से तैयार है परंतु महाराज की अन्य स्थानों की भीड़ को देखकर अब यहां पर भी चिंता सताने लगी है।

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