Second Hand Car खरीदते समय ध्यान रखें ये 4 बातें, नहीं तो बढ़ सकती है आपकी मुश्किलें

Second Hand Car : कार आज के समय में लोगों की जरूरत बन गई है। घर में कार हो तो सारे काम बहुत आसान हो जाते हैं। लेकिन वाहन खरीदने के लिए अच्छी खासी रकम की जरूरत होती है, इसलिए कई लोग इस जरूरत को पूरा करने के लिए सेकेंड हैंड वाहन खरीदना पसंद करते हैं। इससे उनकी जेब पर ज्यादा बोझ नहीं पड़ता और उनके सारे काम भी आसानी से हो जाते हैं। आने वाले साल 2023 में अगर आप भी सेकंड हैंड वाहन खरीदने का मन बना रहे हैं तो वाहन खरीदते समय यहां बताई गई 4 बातों को नजरअंदाज न करें, नहीं तो बाद में आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

इंजन युक्ति की जाँच करें
अगर आप सेकंड हैंड कार खरीद रहे हैं तो सिर्फ बाहर से उसकी स्थिति देखकर प्रभावित न हों, खासतौर पर कार के इंजन की जांच करें। आप चाहें तो इसके लिए मैकेनिक को अपने साथ ले जा सकते हैं और कार की जांच करवा सकते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी खास और भरोसेमंद शख्स को जानते हैं तो उसकी मदद लें। अगर आपने गाड़ी खरीदते वक्त इंजन पर ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में इसके लिए आपको काफी पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।

संग्रह से प्रभावित नहीं
कई बार जब लोग कार खरीदने जाते हैं तो डीलर्स के पास ढेर सारी गाड़ियां देखकर मन में धारणा बना लेते हैं कि ये डीलर अच्छा रहेगा. ध्यान रहे कि डीलर का काम पुराने वाहनों को बेचना होता है। ऐसे में ये किसी भी तरह के वाहन को अपने पास रखते हैं और वाहनों को पेंट करवाकर डिस्प्ले करवाते हैं। ऐसे में आम आदमी उनके झांसे में आ जाता है और वाहनों की अच्छी स्थिति देखकर खरीद लेता है। इसलिए जब भी आप सेकंड हैंड वाहन खरीदना चाहें तो या तो अपने किसी जानने वाले से ही खरीदें। या ऐसे डीलर के पास जाएं, जिसके पास कलेक्शन कम होने पर भी अच्छा स्टॉक हो।

ऑनलाइन खरीदने से बचें
ऑनलाइन सेकेंड हैंड वाहन खरीदने से बचें। ऑफलाइन को प्राथमिकता दें। आप भी ऑनलाइन ठगी के शिकार हो सकते हैं। बेहतर होगा कि आप टेस्ट ड्राइव लेकर गाड़ी के फीचर्स को अच्छे से चेक कर लें। इंजन ऑयल चेक करें कि वह है या नहीं। अगर आप बिना इंजन ऑयल के ड्राइव करते हैं, तो इससे इंजन सीज हो सकता है।

कागजों की जांच जरूर करें
गाड़ी के कागजात सबसे जरूरी चीज होते हैं। वाहन खरीदते समय आरसी, पीओसी और बीमा जैसे कागजात जरूर जांच लें। आरसी वाहन का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है या यूं कह सकते हैं कि इस पर वाहन की पूरी कुंडली लिखी होती है। गाड़ी कब बनी, कब रजिस्टर हुई, मॉडल नंबर, चेसिस नंबर, कलर, बॉडी टाइप, सब कुछ इसी कार्ड में है। अगर वाहन 15 साल पुराना है तो उसे बिल्कुल न खरीदें। इसके अलावा यह भी देखें कि वाहन पर कहीं कर्ज तो नहीं चल रहा है। अगर आरसी पर बैंक का नाम लिखा है तो सबसे पहले कार बेचने वाले से बैंक की एनओसी लें, नहीं तो गाड़ी ट्रांसफर कराने में दिक्कत होगी।

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