Gemology: इस रत्न को पहनते ही चमक जाती है किस्मत, शनि-मंगल देंगे आर्शीवाद, जानें इसे धारण के नियम

Gemology: नवग्रह हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। कुंडली में इसकी स्थिति यह तय करती है कि व्यक्ति को शुभ या अशुभ फल मिलेगा या नहीं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। नीलम एक ऐसा रत्न है।
नीलम एक ऐसा रत्न है जो व्यक्ति को नीच से राजा बनाता है। इस रत्न का संबंध शनि ग्रह से है। रत्नशास्त्र में इसे बहुत शक्तिशाली माना जाता है। नीलम को बिना सलाह के नहीं पहनना चाहिए, नहीं तो यह जीवन को नष्ट कर सकता है।

यदि कुंडली में शनि की महादशा चल रही हो, साढ़े साती से परेशान हो तो नीलम धारण करना शुभ फल देता है। ज्योतिष की सलाह जरूर लें।

रत्नशास्त्र के अनुसार नीलम धारण करने से पहले हम कुछ क्रियाओं से जान सकते हैं कि यह शुभ फल देगा या अशुभ। इसके लिए इसे पहनने से पहले तकिये के नीचे रखकर सोने की सलाह दी जाती है। अगर आप अच्छी नींद लेते हैं तो समझ लीजिए कि यह शुभ फलदायी है, लेकिन अगर आपको बुरे सपने, बेचैनी है तो इसे धारण करना अशुभ हो सकता है।
मकर राशि के स्वामी शनि हैं, ऐसे में नीलम धारण करना शुभ रहेगा, कुंभ राशि वालों के लिए भी यह शुभ है। वृष राशि के लोग भी इसे धारण कर सकते हैं लेकिन बिना ज्योतिषी की सलाह के इसे धारण न करें।

नीलम एक ऐसा रत्न है जिसका प्रभाव बहुत जल्दी दिखाई देता है। इसे धारण करने के नकारात्मक परिणाम के साथ-साथ सकारात्मक परिणाम भी मिलते हैं।
जब नीलम अशुभ फल देती है तो जातक किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो जाता है। पैसा पानी की तरह बहने लगता है। रोग घेर लेते हैं।
Source: Internet