Business idea : ये ताइवानी तरबूज कर रहा किसान को मालामाल, सिर्फ 90 दिनों में बढ़िया मुनाफा!

business idea, business ideas, business ideas in hindi, business ideas in india, business ideas from home,

न्यूज़ को शेयर करने के नीचे दिए गए icon क्लिक करें

Business idea : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बिगोड कस्बे के रहने वाले अब्दुल रजाक तरबूज की खेती के लिए अपने इलाके में काफी मशहूर हैं. वे 3 साल से ताइवानी तरबूज की खेती से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।

पीले रंग के इन तरबूजों की बाजार में कीमत काफी अच्छी रहती है. जैविक खेती करने वाले प्रगतिशील किसान अब्दुल रजाक ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले पीले तरबूज के साथ प्रयोग करने पर विचार किया था. अब वह 5 बीघे में ताइवानी तरबूज की खेती कर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।

ताइवान का तरबूज सामान्य तरबूज से ज्यादा महंगा बिक रहा है

पीला तरबूज साधारण लाल तरबूज से कई गुना महंगा बिकता है. बाजार में यह 60 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। वहीं, साधारण तरबूज की कीमत 15 से 20 रुपए मिल रही है। इसके अलावा यह तरबूज बोने के 90 दिन के अंदर तैयार हो जाता है।

अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है

ताइवान के तरबूज की खेती में सिंचाई के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है. जिन इलाकों में पानी की समस्या है वहां तरबूज की खेती कर किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं. स्वाद में भी ताइवान का खरबूजा देसी खरबूजे से ज्यादा मीठा होता है।

ताइवानी तरबूज की बुवाई कब होती है?

नवंबर के महीने में तरबूज के बीज खट्टे हो जाते हैं और गर्मियों में फल देने लगते हैं। खेत में मल्चिंग पेपर लगाने के बाद ठंड से बचने के लिए ऊपर की परत को प्लास्टिक पेपर से ढक दिया जाता है। जनवरी के महीने में सर्दी का असर कम होने पर लोटनल प्लास्टिक हटा दिया जाता है, जिससे गर्मियों की शुरुआत में ही खरबूजे की सफलता तैयार हो जाती है। मार्च और अप्रैल में भी फसल के भाव अच्छे रहते हैं।

यह सब रमजान के महीने में

इस बार रमजान और नवरात्रि एक साथ शुरू होने से किसानों को अपनी सफलता का अच्छा लाभ मिला है. ताइवान के तरबूज और खरबूजे की कई शहरों में काफी डिमांड है। इस क्षेत्र में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, जोधपुर सहित अन्य शहरों में तरबूज की अच्छी मांग है। प्रगतिशील किसान अब्दुल रजाक ने बताया कि रमजान के मद्देनजर नवंबर की शुरुआत में ही मंदी का असर पड़ गया था. रोजा इफ्तार में रोजेदारों को तरबूज खूब पसंद आ रहा है.

काले रंग के तरबूज की भी खेती की जा रही है

बता दें कि ताइवानी तरबूज के साथ तरबूज वाली मुस्कान को लोग काफी पसंद करते हैं। इसे देखकर अब्दुल ने भी चार प्रकार के खरबूजे की सफलता बताई है। काले रंग का तरबूज भी कहा जाता है। शनिवार को बाजिएक कैस की तुलना में कड़वाहट अधिक होती है। लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं.

News Source Credit : aajtak

न्यूज़ को शेयर करने के नीचे दिए गए icon क्लिक करें

Related Articles

Back to top button