पारंपरिक बुंदेली गीत गाकर पृथ्वीपुर SDOP को दी विदाई; झूमते-नाचते बैलगाड़ी पर बैठाकर निकाला जुलूस

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MP News : नौकरी के दौरान अपराधियों पर कार्रवाई और फरियादियों पर सहृदयता से चर्चा में रहे निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल को गुरुवार को विदाई दी गई। क्षेत्र के लोगों ने पृथ्वीपुर में बुंदेली अंदाज में विदाई दी। उन्हें विदाई देने के लिए क्षेत्र के लोगों ने नगर में जुलूस निकाला।

लोगों ने SDOP संतोष पटेल को बैलगाड़ी पर बैठाया। लोग ढोलक, झांझ-मजीरे बजाते हुए चल रहे थे। संतोष पटेल भी हाथ में तिरंगा थामे हुए नजर आए। उन्हें विदाई देने के लिए नगर व ग्रामीण क्षेत्र से करीब डेढ़ हजार लोग पहुंचे। SDOP संतोष कुमार पटेल का स्थानांतरण ग्वालियर कर दिया गया है। अब वह ग्वालियर में अपनी सेवाएं देंगे। SDOP को जाता देख लोगों की आंखें भर आई। SDOP सभी से जल्द मिलने का वादा कर रवाना हो गए।

भाजपा नेताओं ने दी विदाई

SDOP संतोष पटेल को लोगों ने पारंपरिक बुंदेली गीत गाकर विदाई दी। पुलिसकर्मियों के साथ-साथ सैकड़ों लोग फूल मालाएं लेकर उनका स्वागत करने के लिए पहुंचे। उनकी विदाई पर कई लोग उनके गले लग-लग कर रोए। SDOP ने सभी को ढांढस बंधाया और जल्द मिलने का आश्वासन दिया। विदाई समारोह में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हेमा बुखारिया भी पहुंची। उन्होंने SDOP संतोष पटेल को बधाई देते हुए कहा कि आप जहां भी जाएं और ऊंचे पद पर जाएं। आपने जैसा काम यहां किया वैसा ही काम आप सभी स्थानों पर करें। उन्होंने कहा कि आप यहीं पर जल्द एसपी बनकर आओ तो आपका पुनः ऐसा ही स्वागत करेंगे।

कानून व्यवस्था पर अच्छी रही पकड़

विदाई समारोह के आयोजन में आगे डीजे चल रहा था और पीछे SDOP संतोष पटेल सभी का अभिवादन करते हुए चल रहे थे। विदाई समारोह में आए लोगों ने कहा कि हम SDOP साहब को विदा करने आए हैं। उन्होंने कहा कि उनके रहते हुए पृथ्वीपुर में कानून व्यवस्था अच्छी रही और आगे भी अच्छी रहेगी। लोगों का कहना है कि उन्होंने कानून के दायरे में रहकर ही सभी काम किए। SDOP से पृथ्वीपुर के लोगों का मन और भावनाएं जुड़ी हुई हैं, उसके पीछे अपराध को खत्म करने की उनकी बेहतर कार्यशैली रही है।

शराब माफिया पर की कार्रवाई
पुलिस अधिकारी होने के बाद भी उन्होंने अपराधियों को समझाया और अपराध के नुकसानों और उसके दुष्परिणामों के बारे में बताया। समय-समय पर वह सख्त भी रहे। कई अपराधियों को समझाकर उन्हें सही रास्ते पर भी ले आए। नशामुक्ति अभियान में संतोष पटेल की कार्रवाई को काफी अच्छा प्रतिसाद मिला। जंगल, नालों किनारे सालों से चल रही कई अवैध भट्टियों को एसडीओपी ने नष्ट कर शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी।

परिवार सहित विदाई देने आए लोग

उनके क्षेत्र में कही भी कोई सड़क हादसा होता था तो वह सबसे पहले पहुंचते थे। अपने क्षेत्र में सड़क हादसों को रोकने और अपराध को कम करने के लिए उन्होंने जनहित से जुड़ कर कई प्रयास किए और सफल भी हुए। उनकी विदाई पर हजारों लोग उन्हें विदा करने पहुंचे और पारंपरिक बुंदेली गीत पर झूमते नाचते उन्हें विदाई दी। उन्हें विदाई देने के लिए कई लोग परिवार सहित पहुंचे थे।

Source: Internet

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