Betul News : बालाजी इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स ने सीखा बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट

न्यूज़ को शेयर करने के नीचे दिए गए icon क्लिक करें

नपा की ब्रांड एम्बेसेडर नेहा गर्ग ने कार्यशाला में दिए टिप्स


बैतूल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2014 से प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाते हुए नगर पालिका की पहली महिला ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग ने बालाजी इंजीनियरिंग कालेज में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कालेज के स्टूडेंट्स को वेस्ट से बेस्ट के लिए शानदार और आसान टिप्स दिए ताकि वातावरण को साफ सुथरा बनाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कबाड़ से क्या-क्या सामग्री, कलाकृतियां बन सकती है इसके भी टिप्स दिए।


कबाड़ को डिस्पोज करने का बताया अनोखा तरीका
श्रीमती नेहा गर्ग ने इंजीनियरिंग कालेज के विद्यार्थियों को बताया कि अपने घर से जो कबाड़ निकलता है उसे हम बाहर फेंककर कहीं ना कहीं पर्यावरण को प्रदूषित करने के साथ-साथ गंदगी फैलाने का काम करते हैं। इस कबाड़ का डिस्पोज बेहतर तरीके से भी किया जा सकता है बस इसके लिए थोड़ा का समय आप लोगों को देने की आवश्यकता है। कबाड़ का उपयोग कर बनाई गई कलाकृतियों से गार्डन बनाया जा सकता है। इसके अलावा घर की सजावट का सामान भी बनाया जा सकता है।


कबाड़ से बनी कलाकृतियों के दिखाए डेमो
श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्रालाजी एण्ड मैंनेजमेंट कालेज मेंं आयोजित कार्यशाला में विद्यार्थियों को श्रीमती नेहा गर्ग ने कबाड़ से बनाई गई एक से बढ़कर एक कलाकृतियों का डेमो भी दिखाया। अपने गार्डन में बनाई गई कुछ कलाकृतियों को लेकर उन्होंने विद्यार्थियों को डेमो के रूप में दिखाया और बताया कि विद्यार्थी भी इसी तरह पुराने सामान, कबाड़ इत्यादि से कुछ ना कुछ बनाने की पहल करें ताकि वेस्ट मटेरियल का बेस्ट उपयोग किया जा सके।


विद्यार्थियों के सवालों का श्रीमती गर्ग ने दिए जवाब
कार्यशाला के दौरान श्रीमती नेहा गर्ग के दिए गए टिप्स से विद्यार्थी इतने अधिक प्रभावित हुए कि उन्होंने उनसे इसी से संबंधित सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की। विद्यार्थियों ने पूछा कि आपको यह शौक कैसे और क्यों है? आप इस तरह की कलाकृतियां कैसे बना लेती हैं? श्रीमती गर्ग ने बताया कि यह शौक बचपन से ही था। शादी के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियों के लिए कुछ दिनों के लिए रूक गया था लेकिन इसके बाद पुन: वेस्ट से बेस्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कभी भी घर का कबाड़ बाहर नहीं फेंका। हमने बैतूल में सबसे पहले कबाड़ से गणेश जी की प्रतिमा बनाना शुरू किया था। इसको लेकर हमारी कलाकृतियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहचान मिली। दुबई फेस्टीवल में भी प्रदर्शनी लगाने का अवसर मिला। इसके अलावा देश में कई शहरों में प्रदर्शनी में हमारी कलाकृतियां शामिल की गई।


बैतूल शहर को बनाया सुंदर
श्रीमती नेहा गर्ग ने कबाड़ से जुगाड़ को एक अलग पहचान दिलाई है। घरों से निकलने वाले कबाड़ टायर, पानी की बोतल और ऐसी अन्य सामग्री जिसका कोई उपयोग नहीं था। इस सामग्री से एक सुंदर हाथी, मछली,कछुआ, बिच्छू, शेर, ईगल और अन्य कलाकृतियां बनाई जिसे नगर पालिका ने शहर के चौक-चौराहों पर लगाया है जो कि राहगीरों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इन कलाकृतियों से प्रभावित होकर माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश ने सेल्फी लेकर फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की ।वहीं नगरीय प्रशासन मध्यप्रदेश शासन के आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने भी इन कलाकृतियों की फोटो अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर कर सराहना की थी।


तूलिका पचौरी ने दिलाई शपथ

श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्रालाजी एण्ड मैंनेजमेंट कालेज मेंं स्टूडेंट्स इंडक्शन प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ कुछ अलग सिखाने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी के तहत बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट विषय पर श्रीमती नेहा गर्ग का व्याख्यान हुआ। कालेज के प्राचार्य डॉ. पीजे शाह, सीनियर प्रोफेसर ओपी राठौर, इंग्लिश एवं कम्प्यूनिकेशन स्कील की प्रोफेसर श्रीमती रविंद्र कौर बग्गा, हेड आफ द डिपार्टमेंट फस्टईयर प्रोफेसर वीके मालवीय, प्रोफसर रामदास झाड़े सहित कालेज के स्टाफ सहित विद्यार्थियों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर जन अभियान परिषद के माध्यम से तूलिका पचौरी ने स्वच्छता की शपथ दिलाई। कालेज प्रबंधन की ओर से श्रीमती रविंदर कौर बग्गा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

न्यूज़ को शेयर करने के नीचे दिए गए icon क्लिक करें

Related Articles

Back to top button