14 देश 28 गैंगस्टर्स, इंडिया ने तैयार की वांटेड अपराधियों की लिस्ट , जानिए कैसे लाएंगे भारत

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Crime News : – केंद्र सरकार ने 28 वांटेड गैंगस्टर की लिस्ट तैयार की है, यह वह गैंगस्टर है जो विदेशों में छुप कर बैठे हैं इस लिस्ट में गोल्डी बराड़ का नाम भी शामिल है ऐसे में जानते है कि विदेशों में छिपकर बैठे इन अपराधियों को भारत कैसे वापस लाया जा सकता है, केंद्र सरकार ने वांटेड गैंगस्टर की एक लिस्ट तैयार की है इस लिस्ट में 28 गैंगस्टर यह वह गैंगस्टर है जो भारत से बाहर दूसरे देशों में छुप कर बैठे हैं जानकारी के अनुसार बताया है कि 28 में से 9 कनाडा और 5 गैंगस्टर अमेरिका में बैठे हैं जिन पर मर्डर एक्सटॉर्शन और किडनैपिंग जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है

इस लिस्ट में सत्रजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ नाम भी शामिल है गोल्डी बराड़ को पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसे वाला की हत्या का मास्टरमाइंड माना जाता है गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है पिछले साल 29 मई को सिद्धू मुझसे वाले की हत्या हो गई थी इस लिस्ट में एक बड़ा नाम अनमोल विश्नोई ग्रुप वालों का भी है इसके अमेरिका में छिपे होने की आशंका है भानु पर आतंकी हमलों को अंजाम देने के साथ-साथ फिल्म और कॉरपोरेट वर्ल्ड से जुड़े लोगों की टारगेट किलिंग करने का आरोप है।

अमेरिका कनाडा में कौन-कौन है

कनाडा में सुख धूल सिंह उर्फ सूखा दुनेके भूपेंद्र सिंह उर्फ बाबा डाला सतवीर सिंह वारिंग और प्रेम सरोवर ढिल्लों लखबीर सिर्फ पूर्व परांदा और संदीप सिंह उर्फ और सोडाला चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू अकेला रमनदीप सिंह और परमजीत कौर गगनदीप सिंह ऊर्फ गगना हातुर।

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अमेरिका में शांति दलजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ अनमोल बिश्नोई हरजोत सिंह गिल दर मनजीत सिंह उर्फ दर मनजीत खालो और अमृतपाल

यूएई में लेकर विक्रमजीत सिंह बराड़ उर्फ विक्की और कुलदीप सिंह नूर बानो सहरिया के होने की संभावना है जबकि रोहित गोदारा यूरोप में गौरव पटियाला और पलक की पटियाला मेनिया में सचिन तंवर पर सचिन विश्नोई अज़रबैजान में जगजीत सिंह गांधी और जयपाल सिंह उर्फ लाली धालीवाल मलेशिया में बैठा है

लिस्ट के मुताबिक हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा पाकिस्तान में राजेश कुमार उर्फ सोनू खन्नी ब्राजील में संदीप ग्रेवाल और का बिल्ला इंडोनेशिया में मनप्रीत सिंह उर्फ पिता फिलीपींस में सुप्रीत सीहोर पर हरि चढ़ा था जर्मनी में गुर्जर सिंह उर्फ जनता ऑस्ट्रेलिया में और रमनजीत सिंह उर्फ रोमी के हांगकांग में होने की संभावना है

दो रास्ते जिससे वापस आ सकते हैं यह गैंगस्टर

पहला रास्ता प्रत्यर्पण संधि सत्यन पर यानी वापस लौट आना भारत की 48 देशों के साथ प्रत्यर्पण संधि या एक्ट्रेस इन पीटी है यह दो देशों के बीच एक समझौता होता है अगर एक देश का और आदि किसी दूसरे देश पहुंच जाए तो समझो तो के तहत उसे वापस भेजना होगा हालांकि यह उतना आसान होता नहीं जब भी कोई देश किसी दूसरे देश से उसके अपराधी के प्रत्यर्पण की मांग करता है तो अपराधी उसे होस्ट कंट्री की अदालत में चुनौती दे देता है अक्सर अपराधी किए दलीलें देते हुए उनके अपने देश की जेल में जान का खतरा या फिर रास्ते में ही उन्हें मार दिया जाएगा कई बार तो वहीं तक दलील देते हैं कि वहां का मौसम उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं है।

दूसरा रास्ता इंटरपोल अगर कोई गैंगस्टर किसी ऐसे देश में छिपा है जिसके साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं है तो फिर ऐसे में इंटरपोल काम आता है इंटरपोल यानी इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन या का सबसे बड़ा पुलिस संगठन है इसका हेड क्वार्टर पास में है और यह अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की धरपकड़ करने में मदद करता है दुनिया के 195 देश इंटर बोर्ड के सदस्य है भारत भी है जब कोई अपराधी पुलिसिया जांच एजेंसियों से बचने के लिए दूसरे देश भाग जाता है तो उसका पता लगाने और पकड़ने के लिए इंटरपोल से नोटिस जारी करने की अपील की जाती है

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इंटरपोल अपराधियों के खिलाफ कई तरह के नोटिस जारी करता है इसमें सबसे हैंग होता है रेड कॉर्नर नोटिस यह किसी देश से भागे हुए अपराधियों को ढूंढने के लिए जारी किया जाता है इसके जरिए दुनिया भर के देशों को उस अपराधी के अपराधों की जानकारी दी जाती है और सदस्य देशों की पुलिस को सूचित किया जाता है हालांकि रेड कॉर्नर नोटिस अरेस्ट वारंट नहीं होता रेड कॉर्नर नोटिस के जरिए पकड़े गए अपराधी को उस देश में वापस भेज दिया जाता है जहां उसने अपराध किया होता है

अंतरराष्ट्रीय कानून का पेज भी पूछता है भारत की अमेरिका ब्रिटेन फ्रांस जर्मनी कनाडा आस्ट्रेलिया सऊदी अरब और रूस जैसे बड़े देशों के साथ प्रत्यर्पण संधि है हालांकि प्रत्यर्पण को लेकर हर देश का अपना अलग कानून है और वहां की प्रक्रिया भी अलग है लेकिन अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रत्यर्पण से जुड़ी कुछ खास बातें हैं अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत राजनीतिक अपराध सैन्य अपराध धार्मिक अपराध के आरोपियों को प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता

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